विधायकों में से 37 को फिर से मौका मिला है, जबकि 3 मंत्रियों समेत 29 विधायकों के टिकट काटे गए हैं। इंदौर-3 सीट से कैलाश विजयवर्गीय के विधायक बेटे आकाश का टिकट काट दिया गया है। बीजेपी अब तक 228 सीटों पर प्रत्याशी उतार चुकी है। अब सिर्फ गुना और विदिशा सीट होल्ड पर है। इससे पहले भाजपा पहली, दूसरी, तीसरी और चौथी सूची में कुल 136 (39 + 39 + 1 + 57) नामों का ऐलान कर चुकी है। 5वीं सूची के साथ ही बीजेपी अब तक 228 सीटों पर प्रत्याशी उतार चुकी है।

3 मंत्रियों समेत 29 विधायकों को मौका नहीं
3 मंत्री समेत 29 विधायकों को टिकट नहीं मिला है। मंत्री ओपीएस भदौरिया का टिकट काटा गया है, जबकि यशोधरा राजे सिंधिया ने पहले ही चुनाव लड़ने से मना कर दिया था। मंत्री गौरीशंकर बिसेन की जगह उनकी बेटी मौसम बिसेन को टिकट मिला है।

12 महिलाओं को मैदान में उतारा
भाजपा ने इस लिस्ट में 12 महिलाओं को टिकट दिया है। इसमें मंत्री उषा ठाकुर, पूर्व मंत्री माया सिंह और पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस जैसे नाम शामिल हैं।

दमोह में फिर पूर्व मंत्री मलैया पर भरोसा

दमोह से एक बार फिर पूर्व मंत्री जयंत मलैया को टिकट दिया गया है। मलैया 2018 का चुनाव हार गए थे। यहां से कांग्रेस विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद हुए उपचुनाव में हार का सामना करना पड़ा था।

अटल बिहारी वायपेयी के भांजे को टिकट नहीं

पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के भांजे अनूप मिश्रा ग्वालियर दक्षिण सीट से टिकट मांग रहे थे, लेकिन उनकी जगह इस सीट पर पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाह को उम्मीदवार बनाया है। अनूप मिश्रा पिछला चुनाव भितरवार सीट से लड़े थे।

मंत्री ओपीएस ने जिन्हें हराया था, उन्हें टिकट

भिंड की मेहगांव सीट से मौजूदा विधायक और नगरीय प्रशासन राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया का टिकट काटकर पूर्व विधायक राकेश शुक्ला को प्रत्याशी बनाया गया है। 2018 के चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर ओपीएस भदौरिया ने बीजेपी प्रत्याशी राकेश शुक्ला को 25,814 वोटो से हराया था। बाद में ओपीएस भदौरिया सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे।

बसपा विधायक संजीव सिंह को टिकट नहीं
2018 में बसपा के टिकट पर भिंड से चुनाव जीते संजीव सिंह कुशवाह पिछले साल बीजेपी में शामिल हुए थे। बीजेपी ने संजीव सिंह कुशवाह की जगह बीजेपी ने पूर्व विधायक नरेन्द्र सिंह कुशवाह को टिकट दिया है।

न्यूज़ सोर्स : bjp candidate