नई दिल्ली। अफगानिस्तान में एक बार फिर भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। तालिबान प्रवक्ता का कहना है कि अफगानिस्तान के पश्चिम में शक्तिशाली भूकंप में लगभग 2,000 लोग मारे गए हैं। पश्चिमी अफगानिस्तान में ईरानी सीमा के पास आए इस शक्तिशाली भूकंप के बाद बड़ी संख्या में लोग घायल भी हुए हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6।3 मापी गई है।
भूकंप ने हेरात शहर से लगभग 40 किमी (25 मील) दूर कई गांवों को तबाह कर दिया है। कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं हैं और लोग अभी भी मलबे के ढेर में फंसे हुए हैं। लोगों द्वारा कम से कम तीन शक्तिशाली झटके महसूस किए गए। जिंदा बचे लोगों ने खौफनाक मंजर का वर्णन किया जब कार्यालय की इमारतें पहले हिलीं - और फिर उनके चारों ओर ढह गईं। देश के सूचना एवं संस्कृति मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल वाहिद रेयान ने कहा कि हेरात में भूकंप से मरने वालों की संख्या मूल रूप से बताई गई संख्या से अधिक है। उन्होंने तत्काल मदद की अपील करते हुए कहा, लगभग छह गांव नष्ट हो गए हैं और सैकड़ों नागरिक मलबे के नीचे दब गए हैं। एक अपडेट में कहा गया है कि 465 घर नष्ट हो गए हैं और 135 अन्य क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
भूकंप के तीन झटके
आपदा प्राधिकरण के प्रवक्ता मोहम्मद अब्दुल्ला जान ने कहा कि हेरात प्रांत के ज़ेंडा जान जिले के चार गांवों को भूकंप और उसके बाद के झटकों से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने बताया कि भूकंप का केंद्र हेरात शहर से लगभग 40 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में था। इसके बाद तीन बहुत तेज़ झटके आए, जिनकी तीव्रता 6।3, 5।9 और 5।5 थी, साथ ही कम झटके भी आए।
एक शख्स ने बताया, घर, कार्यालय और दुकानें सभी खाली हैं और अधिक भूकंप आने की आशंका है। मैं और मेरा परिवार अपने घर के अंदर  थे, मुझे भूकंप महसूस हुआ। मेरा परिवार चिल्लाने लगा और घर के अंदर से डरते हुए बाहर भाग गया। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि अफगानिस्तान के हताहतों को अस्पतालों तक पहुंचाने के लिए ज़ेंडा जान में 12 एम्बुलेंस कारें भेजीं गई हैं। हेल्थ वर्कर्स की टीमें अस्पतालों में घायलों के इलाज में सहायता कर रही हैं और अतिरिक्त जरूरतों का आकलन कर रही हैं।